केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गोगामेडी जहारवीर बाबा के टेका माथा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सिरसा पहुंचने पर गोबिंद कांडा ने किया स्वागत
केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार को राजस्थान के धार्मिक, ऐतिहासिक एवं पवित्र स्थल गोगामेड़ी में उत्तरी भारत के सबसे बड़े सांप्रदायिक सोहदर्य के प्रतीक गोगामेड़ी में पहुंचे। यहां पर केंद्रीय मंत्री ने जहारवीर बाबा की सामाधी स्थल पर माथा टेका।
सिरसा में वायु मार्ग से पहुंचे केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सुबह वायु मार्ग से एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे। यहां पर सिरसा के विधायक, पूर्व गृहराज्यमंत्री एवं हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा के अनुज वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा सहि अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया।
इसके बाद नितिन गडकरी गोगामेडी में जहारवीर के दर्शन करने के लिए सडक़ मार्ग से रवाना हुए।
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी वायु मार्ग से सिरसा वायुसेना केंद्र में पहुंचे जहां पर भाजपा के प्रदेश सचिव सुरेंद्र आर्य, वरिष्ट भाजपा नेता गोबिंद कांडा और भाजपा नेताओं ने बुकें भेंटकर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर उपायुक्त पार्थ गुप्ता और पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण, सुरेंद्र आर्य भी मौजूद थे। भाजपा नेताओं ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धर्मस्थली सिरसा के बारे अवगत करवाया।
आपको बता दें कि जाहरवीर गोगा जी का जन्म भादो मास में नवमी को माना जाता है, जिसे गोगा नवमी कहते हैं। इसलिए पूरे भादो मास गोगामेडी में मेला लगता है
यहां पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल सहित देश के दूर-दूर के राज्यों श्रद्धालु आते हैं। इस बार यह मेला ३० अगस्त से शुरू होगा और २९ सितंबर तक चलेगा।
सबसे बड़ा मेला ७ और ८ सितंबर गोगा नवमी को लगेगा। गोगा जी के भक्त गुरु शिष्य परंपरा का निर्वाह करते हुए पहले गुरु गोरखनाथ के धूणें पर जाकर नमन करते हुए
फिर गोरक्ष गंगा में स्नान करने के बाद ३ किलोमीटर तक पैदल चलकर कनक दंडवत गोगामेडी में जाहरवीर की समाधि पर धोक लगाते हैं, व सजदा करते हैं। मंदिर में समाधि बनी हुई है
यहां पर मनोकामना पूरी होने पर श्रद्धालु नारियल, खील, पतासे, नारियल, नीली ध्वजा, सोने व चांदी के छत्र इत्यादि चढ़ावा चढ़ाते हैं।
आपको बता दें कि जाहरवीर की समाधि पर धोक लगाने के बाद श्रद्धालु रानी सीरियल, माता बाछल, नाहरसिंह पांडे, भज्जू कोतवाल, रत्तना हाजी, सबल सिंह बावरी, केसरमल, जीत कौर, श्याम कौर, व भाई मदारण की समाधियों पर भी नमन करते हैं।
गोगामेडी स्थल में १५८ एकड़ भूमि आरक्षित है। जिस का रखरखाव देवस्थान विभाग राजस्थान सरकार के अधीन है। मंदिर में हिंदू और मुसलमान दोनों ही धर्मों के पुजारी हैं । भादो मास में ही गोगामेडी में उत्तर भारत का सबसे बड़ा ऊंट मेला लगता है।
यहां पर देश के कोने-कोने से ऊंट व्यापारी व किसान पहुंचते हैं यह मेला पशुपालन विभाग राजस्थान सरकार के सौजन्य से आयोजित किया जाता है । गोगामेडी मेला परिसर में क्षेत्र में भादो मास में गोगा जी का रात्रि जागरण होता है ।
भक्तों को गोगा जी की घोट व छाया आती है। तो भक्त अपने आप को लोहे की जंजीरों से पीटने लगते हैं।
CAREER :- स्टाफ नर्स आयुर्वेद पुरूष और स्टाफ नर्स आयुर्वेद महिला के पदों के लिए निकली है भर्ती