हरियाणा व पंजाब के अब ये जिले हालमार्किंग के तहत कवर किए गए, सोने की शुद्धता से कोई समझौता नहीं
16 राज्यों के 55 जिलों को शामिल किया, अनिवार्य हॉलमार्किंग का दायरा बढ़ाने का फैसला
हर किसी को सोना शुद्धता के साथ मिले। इसी को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके लिए अब हालमार्किंग (एचयूआईडी)के तहत कवर किए गए जिलों की संख्या बढक़र हुई 343 हो गई।
केंद्र सरकार ने फैसला कर लिया है कि अब वो सोने की शुद्धता से कोई समझौता नहीं करेगी। इसी को लेकर अनिवार्य हॉलमार्किंग का दायरा बढ़ाने का फैसला किया गया है।
नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की भी बात कही है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने तीसरे चरण में हरियाणा, यूपी, बिहार और झारखंड सहित 16 प्रदेशों के 55 जिलों को शामिल किया।
आपको ये भी बता दें कि तृतीय चरण के लागू होने के बाद देश में पंजीकृत आभूषण विक्रेताओं की संख्या बढक़र हुई एक लाख 81 हजार 590 हो गई है। बता दें कि देश में सोने की खरीद से पहले हालमार्क का होना जरूरी कर दिया गया है।
लेकिन अभी भी कुछ जिले ऐसे बचे हैं जहां यह लागू नहीं हुआ है। ऐसे में सोने की शुद्धता से सरकार अब कोई समझौता नहीं करने जा रही है। मतलब इन जिलों में अब बिना हालमार्क वाले सोने के आभूषण नहीं बिकेंगे।
पंजीकृत आभूषण विक्रेताओं की संख्या बढक़र 1.8 लाख के पार
नोडल एजेंसी के रूप में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने सोने की हालमार्किंग को पिछले दो चरणों में लागू किया है। अभी प्रतिदिन दिन औसतन लगभग चार लाख से अधिक स्वर्ण उत्पादों को हालमार्क विशिष्ट पहचान के साथ शुद्धता के पैमाने पर परखा जा रहा है।
किन जिलों में अनिवार्य हुई अब हालमार्किंग?
केंद्र सरकार की नई अधिसूचना में हालमार्किंग के दायरे में हरियाणा के चरखी दादरी, कुरुक्षेत्र एवं पलवल। अलावा पंजाब के फाजिल्का, मलेरकोटला एवं मोगा झारखंड के गढ़वा एवं देवघर को शामिल किया है।
इसी के साथ साथ बिहार के पूर्वी चंपारण, खगडय़िा, किशनगंज, मधुबनी, सहरसा, सिवान, मधेपुरा, पूर्णिया जिलों को लाया गया है।
वहीं यूपी के अंबेडकर नगर, इटावा, फैजाबाद, रायबरेली, बस्ती जिले तथा उत्तराखंड के हरिद्वार, नैनीताल जिलों को शामिल किया गया है। जम्मू-कश्मीर के कठुआ, सांबा, ऊधमपुर एवं मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, कटनी (ओएससी) के जिले शामिल हैं।