महाराजा अग्रसेन काल की सभ्यता से दुनिया होगी रूबरू
केंद्र ने महाराजा अग्रसेन की राजधानी रही अग्रोहा में फिर खुदाई का दिए निर्देश
अग्रोहा में रोमन सभ्यता कुषाण काल के समय अवशेष के वैज्ञानिक प्रमाण मिले हैं
हरियाणा में नेशनल हाईवे संख्या 9 पर हिसार जिले के गांव अग्रोहा का इतिहास महाभारत काल से रहा है। महाराजा अग्रसेन के द्वारा निर्मित इस गांव का इतिहास काफी प्राचीन है। महाराजा अग्रसेन की राजधानी रही अग्रोहा प्राचीनतम सभ्यताएं रही हैं। महाराजा अग्रसेन काल सभ्यता अभी तक दबी हुई है, इसकी खुदाई कर उसे विश्व के सामने लाया जाएगा।
महाराजा अग्रसेन काल
आपको बता दें कि अग्रोहा में रोमन सभ्यता कुषाण काल के समय अवशेष के वैज्ञानिक प्रमाण मिले हैं कि यह अत्यंत पुरानी सभ्यता के निशान है। यहां पर कई सभ्यताएं आई। हजारों वर्ष तक यह सिलसिला चलता रहा। इस समय हिसार का फिरोजशाह किला बना था। बताया जा रहा है कि उसमें यहीं की सामग्री लगी हुई है। इस किले में एक पिलर है जो 234 बीसी का है। यह भी अग्रोहा से लाया गया है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने अग्रोहा पुरातात्विक स्थल एवं निकटवर्ती क्षेत्र का समग्र विकास राखीगढ़ी माडल के मुताबिक एमओयू के माध्यम से करने की मंजूरी देने के बाद इसके बारे में पता चल सकेगा। 44 वर्ष बाद अग्रोहा में एक बार फिर से खुदाई का कार्य होगा।
महाराजा अग्रसेन काल अहम मिलेगी इतिहास के बारे में जानकारी
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग ने कहा कि भारत में ब्रिटिश शासन काल में एक रोबोट्स नाम के वैज्ञानिक हुआ था.
इन्होंने यहां केवल 15 दिन का पुरातत्व सर्वे किया था। उसके बाद सन 1926 में अंग्रेज सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर अग्रोहा और उसके आसपास के क्षेत्र को संरक्षित कर घोषित कर दिया गया।
उसके बाद सन 1939 और सन 1979 में दो बार खुदाई की और फिर अचानक इसे रोक दिया। 1979 में की गई खोदाई में मिले ऐतिहासिक सभ्यता के अवशेषों को लेकर यहां से प्राचीन इतिहास के बारे में बहुत सी जानकारी मिल सकती है।