BIHAR के मुजफ्फरपुर से तैयारी करने के लिए पहुंची थी मुस्कान
कोटा में चिकित्सक बनने का सपना लेकर छात्रा मुस्कान बिहार के मुजफ्फरपुर से तैयारी करने के लिए पहुंची। छात्रा की मौत हो गई। शव लेने पहुंचे पिता के आंखों में आंसू झलक आए। पिता ने रोते रोते हुए कहा कि बेटी डाक्टर बनने का सपना लेकर आई थी। आज कफन सफेद में जा रही है।
मुस्कान कोटा के विज्ञान नगर के अंदर नीट की तैयारी कर रही थी। बिहार से राजस्थान के कोटा में करीब 45 दिन पहले ही पहुंची थी। मुस्कान की अचानक तबीयत बिगड़ी थी। मौत की सूचना पर कोटा पहुंचे। उसके पिता
देवकांत ने बताया कि कुछ दिन बाद कोटा आकर बेटी से मिलने का मन था। उससे पहले ही बेटी चली गई। अभी मौत के कारण तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता लग पाएंगे।
मुस्कान के पिता देवकांत बिहार में वेटरनरी डॉक्टर हैं। मुस्कान घर में इकलौती बेटी थी। उससे एक छोटा भाई भी है। देवकांत ने कहा- शुक्रवार शाम साढ़े 5 बजे वीडियो कॉल पर बेटी से बातचीत चल रही थी। बेटी ने सांस लेने में दिक्कत होने की बात बताई थी। ये उसके आखिरी शब्द थे। थोड़ी देर में मुंह से पानी निकल गया था। बेहोश हो गई थी। उन्होंने बताया कि बेटी के दिल मे छेद था। वर्ष 2012 में एम्स अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी। ऑपरेशन के दो-तीन वर्ष बाद तक दवाई चली। इसके बाद चिकित्सक मुस्कान को नॉर्मल बताया था। इसके बाद कोई दिक्कत नहीं हुई।
मकान मालिक योगेंद्र नागर ने बताया कि मुस्कान पहले हॉस्टल में रहती थी। करीब 20 दिन पहले उसके पास रहने के लिए आई। उसकी अचानक शुक्रवार शाम को तबीयत बिगड़ी गई। छात्रा को अचानक उल्टियां होने लगी थी। इसके बाद उसने एक टैबलेट ली और थोड़ी आराम करने लगी। इसके बाद फिर से तबीयत बिगड़ने लगी और उल्टियां शुरू हो गई। उसकी साथी छात्रों ने उसे संभालने की कोशिश की तो वह गिर गई। उस समय उसका छोटा भाई और चार पांच छात्र आ गए थे। इसके बाद उसके चिकित्सक पिता को फोन किया था। उन्होंने फोन से निजी अस्पताल के चिकित्सक से बात की और एक पुरानी बीमारी की रिपोर्ट बताई। डॉक्टर ने चैकअप करने के बाद मुस्कान को मृत घोषित कर दिया।