GHAGHER : पंचकूला में भारी बरसात और तूफान जारी - Choptapress.com

GHAGHER : पंचकूला में भारी बरसात और तूफान जारी

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घग्घर नदी: पंजाब के पानी से सिरसा व फतेहाबाद में खतरा, सरदुलगढ़ में रिकार्ड पानी, पंचकूला में भारी बरसात और तूफान जारी

हरियाणा के सिरसा व फतेहाबाद जिले में घग्घर नदी ने मुश्किल बढ़ा दी है। नदी में लगातार पानी का स्तर बढ़ रहा है। पंजाब के पानी ने सिरसा में चिंता बढ़ा दी है। पंजाब के सरदुलगढ़ में रिकार्ड पानी का स्तर है। यहां पर 55900 क्यूसेक पानी है।

इसी पंचकूला में पिछले चार घंटे में भारी बरसात व तूफान जारी है। यानि आने वाले समय में भी घग्घर नदी खतरा बनी रह सकती है। हरियाणा में ओटू हेड पर लगातार पानी का स्तर बढ़ रहा है। यहां पर 44700 क्यूसेक तक पहुंच गया है।

शनिवार को सुबह ओटू हेड पर जलस्तर 44700 क्यूसेक, चांदपुर में १7५५0 क्यूसेक, गुल्हा चीका 33602 क्यूसेक, खनौरी तेरह हजार सौ क्यूसेक पानी का स्तर है। घग्घर नदी में पंजाब क्षेत्र से पानी डाला जा रहा है। हालांकि आने वाले 24 घंटे में पानी का स्तर काफी कम होने की उम्मीद है।

किए जा रहे हैं प्रबंध

घग्घर नदी पर जिला प्रशासन द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है। रात्रि के समय में भी बांध मजबूत किए जा रहे हैं। इसी के साथ ठकरी पहरा दिया जा रहा है। इसके लिए नदी के आसपास रोशनी का भी प्रबंध किया गया है। जिससे किसी प्रकार की कहीं पर कोई दिक्कतें न आए।

उत्तराखंड हिमाचल में चार जगह बादल फटने से फिर से खतरा, आज भी बरसात का यलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में दो एनएच सहित 610 सडक़ें बंद

पिछले कई दिनों से पहाड़ी क्षेत्र में बरसात हो रही है। इससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। उत्तराखंड और हिमाचल में चार जगह बादल फटने से संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है। हिमाचल में तीन स्थानों पर बादल फटे।

जबकि उत्तराखंड में पौड़ी के थलीसैंण में बादल फटने से आए मलबे की चपेट में आकर गोशाला और आठ छोटी पुलिया बह गई।

सडक़ें भी बंद हुई

आपको बता दें पहाड़ी क्षेत्रों में हालात बहुत खराब हो गये हैं। वहीं मैदानी क्षेत्र में बाढ़ ने बुरा हाल किया हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में दो एनएच सहित 610 सडक़ें बंद हैं।

सडक़ बंद होने से रात दो बजे मनाली का कुल्लू से संपर्क कट गया था। इसी के साथ पिछले 25 घंटे में चार जगह भूस्खलन हुआ। मौसम विभाग ने शनिवार को भी भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है।

यहां भी नुकसान

पहाड़ी क्षेत्रों में पानी के तेज बहाव से नागचला, डिगली सडक़ व पुल पर मलबा भरने से यातायात प्रभावित है। नकेहड़ सडक़ की पुलिया बह गई। शानन परियोजना परिसर के इर्द-गिर्द कीचड़ फैल गया।  किन्नौर जिला के बड़ा कम्बा में गाड़ी पर पत्थर गिरने से राकेश कुमार निवासी बड़ा कंबा की मौत हो गई। गाड़ी में सवार अन्य तीन लोग बाहर सुरक्षित हैं।

कई जगह पर फंसे हैं लोग

उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा व भूस्खलन से परेशानी बढ़ा दी है। यमनोत्री में दो सौ से अधिक यात्री पड़ावों में फंस गए हैं। 200 से अधिक गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा हुआ है।

 

 

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