सीएम मनोहरलाल: बड़ी खबर, चीफ इंजीनियर सस्पेंड, एसई, एक्शन, एसडीओ को सीएम मनोलाल ने किया चार्जशीट
बाढ़ के बाद मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान, यमुना बैराज के 4 गेट न खुलने पर बड़ी कार्रवाई
हरियाणा में बरसात के कारण बाढ़ के हालत बने। इससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। मुख्यमंत्री ने बाढग़्रस्त एरिया का दौरा कर निरीक्षण भी लिया। इसी के तहत हरियाणा के सीएम मनोहरलाल ने अब यमुना नदी में बाढ़ नियंत्रण में लापरवाही को लेकर कड़ा संज्ञान लिया है।
इसी को लेकर बाढ़ के दौरान दिल्ली में आईटीओ यमुना बैराज के चार गेट नहीं खोलने पर हरियाण के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चीफ इंजीनियर संदीप तनेजा को सस्पेंड कर दिया है। इसी के साथ साथ ही एसई तरूण अग्रवाल और कार्यकारी अभियंता मनोज कुमार, यमुना बैराज पर तैनात एसडीओ मुकेश वर्मा को चार्जशीट करने के सीएम ने निर्देश जारी किए हैं।
आपको बता दें कि जब बाढ़ आई। इसके बाद दिल्ली में के पास बैराज के 32 में से 4 गेट नहीं खुलने के खुलासे से दिल्ली सरकार ने हरियाणा सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। इसके बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सारे केस की जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी। कमेटी में जांच के लिए सिंचाई विभाग के 2 चीफ इंजीनियर को शामिल किया गया है।
इसकीे 48 घंटे में इसकी जांच कर रिपोर्ट तलब की थी, अब इस मामले की जांच रिपोर्ट आ गई है। इसमें हरियाणा सिंचाई विभाग के अधिकारियों की तरफ से बड़ी लापरवाही देखने को मिली।
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने लगाए ये आरोप
बाढ़ गेट नहीं खुलने के बाद दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि इन गेट का संचालन प्रदेशा सरकार करती है। इससे ही दिल्ली में बाढ़ की स्थिति बनी है। गेट खुलने पर दिल्ली से तेजी से पानी बाहर निकल जाता। सीएम मनोहर लाल ने इसके बाद पूरी निष्पक्षता के साथ आईटीओ बैराज के 4 गेट नहीं खुलने के मामले की सच्चाई जानने के लिए कमेटी का गठन किया था।
सेना की मदद से खुले गेट
आपको ये भी बता दें कि बैराज के 4 गेट न खुल पाने के बाद कार्य के लिए सेना के जवानों को तैनात किया गया था, करीब 20 घंटों की के बाद आइटीओ बैराज का पहला जाम हुआ गेट खोला गया था।
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