राजस्थान में अचार संहिता लागू, फ्री फूड पैकेट सहित इन स्कीमों का अब नहीं मिलेगा लाभ
होर्डिंग्स से हटाए गए सीएम की फोटो
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित हो चुकी है। इस चुनाव घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है। इस बार दीपावली पर सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाला बोनस नहीं मिल सकेगा।
अब आचार संहिता लागू होने के बाद 2 दिन पहले बनाये गए, 3 नये जिलों के क्रियान्वयन का कार्य अटक गया है। आपको बता दें कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कुचामन सिटी, मालपुरा और सुजानगढ़ ५ नये जिले बनाने की घोषणा की थी।
लेकिन इन जिलों को लेकर अधिसूचना जारी नहीं की गई थी। ऐसे में अब ये जिले मान्य नहीं होंगे। अब प्रशासनिक रूप से राजस्थान में 50 जिले ही मान्य होंगे।
फैसला करेगा चुनाव आयोग
विधान सभा चुनाव के बाद बनने वाली सरकार इनके बारे में फैसला करेगी। इसी के साथ ही पिछले दिनों विभिन्न बोर्ड एवं निगमों में की गई राजनीतिक नियुक्ति वाले जो नेता कार्यभार ग्रहण नहीं कर सके थे, अब वे कार्य नहीं कर सकेंगे। राजस्थान प्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने बताया कि जातीय सर्वे का फैसला चुनाव आयोग करेगा। हालांकि, इस बारे में शनिवार देर रात्रि आदेश जारी हो गये थे।
आपको बता दें कि राजस्थान में अशोक सरकार की ओर से राज्य में महिलाओं को फ्री मोबाइल फोन और फूड पैकेट भी अब बांटे नहीं जा सकेंगे। पिछले दो माह से शिविर लगाकर इनको बांटने का कार्य किया जा रहा था।
प्रतिवर्ष दीपावली पर राजकीय कर्मचारियों को दिया जाने वाला बोनस भी इस बार नहीं मिलेगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्तप्रवीण गुप्ता ने बताया कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद किसी भी राजकीय कार्य, घोषणा, बयान और आदेश को आयोग अपने क्षेत्राधिकार में ले सकता है।
सीएम की फोटो हटाई होर्डिंग्स से
जानकारी के मुताबिक चुनाव घोषित होते ही अब एक हजार से अधिक राजकीय भवनों के उद्धाटन और शिलान्यास के कार्य अटक गए हैं। आचार संहिता लागू होने के साथ ही राजकीय योजनाओं के साथ मुख्यमंत्री की फोटो के लगे होर्डिंग्स को हटा दिया गया है। इसी के साथ मंत्रियों, बोर्ड एवं निगमों के अध्यक्षों की राजकीय गाडय़िां मोटर गैराज में पहुंचा दी गई है।
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