ओडिशा के बालासोर: देश के ओडिश के बालासोर में इसलिए हुआ था बड़ा हादसा, रेल रोड बैरियर की रिपेयरिंग करने वाले कर्मचारियों ने नेटवर्क के ऑटोमेटेड सिग्नलिंग सिस्टम को खराब कर दिया था
ओडसा के अंदर भयानक बालासोर रेल दुर्घटना में 293 व्यक्तिकी मौत हो गई थी। वहीं एक हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस हादसे की रिपोर्ट आ चुकी है। ट्रेन हादसे पर रेलवे सुरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट सामने आखिर आ गई है।
इस रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि रेल रोड बैरियर की रिपेयरिंग करने वाले कर्मचारियों ने नेटवर्क के ऑटोमेटेड सिग्नलिंग सिस्टम को खराब कर दिया था। इसी के साथ साथ लोकेशन बॉक्स के अंदर तारों की गलत लेबलिंग की गई थी। गलत सिग्नल की वजह से ट्रेन गलत ट्रैक पर चली गई। बता दें कि बालासोर में दो जून को ट्रेन हादसा हुआ हुआ था।
यह पता चला है रिपोर्ट में
बालासोर में लेवल-क्रॉसिंग लोकेशन बॉक्स के अंदर सारे तार गलत जुड़े हुए थे। इसी के चलते ही मरम्मत कार्य के दौरान गड़बड़ी हुई, इसी के चलते गलत फंक्शन इंडिकेट हुआ था।
हादसे के लिए सिग्नलिंग डिपार्टमेंट को मुख्य रूप से जिम्मेदार बताया जा रहा है। इस रिपोर्ट में स्टेशन मास्टर का नाम भी है, जो सिग्नलिंग कंट्रोल सिस्टम में गड़बड़ी का पता नहीं लगा सका।
यह भी गलत कदम
बता दें कि बालासोर में एक अन्य जगह भी लोकेशन बॉक्स के डायग्राम का इस्तेमाल बहनागा बाजार के लोकेशन बॉक्स के लिए हुआ था। यह एक गलत कदम था, जिसके चलते गलत वायरिंग हुई थी।
हादसे से दो सप्ताह पहले खडग़पुर मंडल के बांकड़ा नयाबाज स्टेशन पर गलत रिंग और तार खराब होने की वजह से एक ऐसी ही घटना हुई थी।
आपको यह भी बता दें कि तब भी वायरिंग ठीक कर ली जाती तो बालासोर हादसा नहीं होता।
इस रिपोर्ट में पता चला कि कोरोमंडल एक्सप्रेस में मेन लाइन के लिए ग्रीन सिग्नल था। जबकि ट्रेन की डायरेक्शन डिसाइड करने वाला सिस्टम गलत तरीके से लूप लाइन की ओर तरफ निर्देश करता रहा।