हरियााणा: 15 अगस्त तक बीमा क्लेम किसानों को नहीं मिला तो मैं भी धरना पर बैठ जाउंगा अभय चौटाला
गांव नारायण खेड़ा में किसानों के बीच पहुंचे अभय सिंह चौटाला ने कह दी बड़ी बात, गांव चाहरवाला की सरपंच कविता ट्रैक्टर चलाकर पहुंची
धरना स्थल
सिरसा जिले के गांव नारायण खेड़ा में बीमा क्लेम की मांग को लेकर किसानों का धरना शनिवार को भी जारी रहा। वहीं चार किसान पिछले 11 दिनों से पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं।
शनिवार दोपहर को किसानों के बीच इनेलो नेता व ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला पहुंचे। उन्होंने किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि मेरी जमीन बिक जाए, मैं तो किसानों के साथ हूं, 15 अगस्त के बाद अगर बीमा नहीं आया तो मैं भी किसानों के साथ धरना पर बैठे जाएगा।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि किसान अपना हक मांग रहे हैं। मगर किसानों को हक नहीं दिया जा रहा है। प्रदेश के सीएम मनोहरलाल से सवाल करूंगा कि किसानों को बीमा क्लेम क्यों नहीं मिल रहा है। इसके लिए मुझे चाहे विधानसभा में कुछ भी करना पड़े करके रहूंगा।
कमजोर कदम मत उठा लेना
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पानी की टंकी पर चढ़ेे सभी किसानों से प्रतिदिन बातचीत होती है। यह किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। मगर कमजोर कदम मत उठा लेना, मजबूती के साथ लड़ाई लड़े। उन्होंने कहा कि किसानों का इस सरकार ने बूरा हाल कर रखा है। इस सरकार का जल्द ही छुटकारा मिलनेे वाला है।
उन्होंने कहा कि किसानों को हर बार फसल खराब होने पर बीमा लेने के लिए आंदोलन करना पड़ता है।
तीन किसानों की बिगड़ चुकी है तबीयत
हरियाणा में सिरसा जिले में वर्ष 2022 का बीमा क्लेम की मांग को लेकर सिरसा के गांव नारायण खेड़ा में पेयजल केंद्र में बनी 150 फीट पानी की टंकी पर 4 किसान पिछले 11 दिन से चढ़े हुए हैं। वहीं 13 किसान व सरपंच आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। आमरण अनशन पर बैठे सरपंच उदयपाल सहित तीन की शुक्रवार शाम को तबीयत बिगड़ गई थी। इस पर रूपावास के सरपंच उदयपाल, किसान नंदलाल ढिल्लो व विनोद कुमार को अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
बता दें कि किसान पिछले 100 दिनों से बीमा क्लेम की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान भरत सिंह ने बताया कि हमारी उमस के कारण तबीयत बिगड़ रही है। अब तो काफी दिक्कतें आ रही है। अभी तक टंकी पर चढ़े हुए दस दिन हो गये हैं। अधिकारी आते हैं, चले जाते हैं,
मगर यह कोई बताने के लिए तैयार नहीं कि आखिर बीमा क्लेम क्योंं नहीं मिल रहा। अब तो पानी की टंकी पर चक्कर आ रहे हैं। टंकी पर रात्रि के समय काफी तकलीफ झेलनी पडती है। रात्रि के समय नींद नहीं आ रही है। यहां पर कबूतरों की बीठ से बदूब आ रही है। वहीं जगह नहीं होने पर अच्छे से सो नही पा रहे हैं।
हजारों की संख्या में पहुंचे किसान
100 दिनों से चल रहे बीमा क्लेम की मांग को लेकर धरना स्थल पर हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर ट्राली लेकर पहुंचे। गांव चाहरवाला की सरपंच कविता खुद ट्रैक्टर चलाकर धरना स्थल पर पहुंची। किसानों ने नारेबाजी कर रोष जताया। इसी के साथ पानी की टंकी पर चढ़े किसानों का हौंसला बढ़ाया।
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