मौसम अपडेट : मानसून गतिविधि में तेजी आने से होगी झमाझम बरसात, 24 घंटे में यहां पर होगी बरसात
उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी (बीओबी) के ऊपर शीघ्र ही ताजा मानसूनी सिस्टम बनने की संभावना है। मौसम प्रणाली के व्यवस्थित होने और देश के पूर्वी और मध्य भागों में कमजोर मानसून गतिविधि को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
उत्तर भारत में मॉनसून की बारिश बड़े पैमाने पर नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन उत्तर प्रदेश राज्य में कम से कम 3-4 दिनों तक अच्छी बारिश होगी। पूर्वोत्तर भारत में भी काफी व्यापक वर्षा होगी, इस सप्ताह के दौरान और अगले सप्ताह की शुरुआत में भी कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होगी।
जानिए कहां कहां पर होगी बरसात
मानसून की बरसात अभी सक्रिय रूप से कहीं न कहीं पर हो रही है। इसी कड़ी में भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले समय में भी अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिमी बीओबी और इससे सटे बांग्लादेश पर एक चक्रवाती परिसंचरण आ रहा है। इससे आने वाले 48 घंटों में यह व्यवस्थित और मजबूत हो जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम और बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस दौरान सिस्टम को ऊपरी वायुमंडल में पर्याप्त समर्थन मिलेगा और परिसंचरण पहले मध्यम स्तर तक और बाद में उच्च स्तर तक पहुंचने की संभावना है। निम्न दबाव आंशिक रूप से भूमि और बड़े पैमाने पर समुद्र को कवर करेगा। इसी के चलते 20 अगस्त को सिस्टम पूरी तरह से ओडिशा और आसपास के छत्तीसगढ़ को कवर करते हुए भूमि पर चला जाएगा।
बता दें कि पिछले एक सप्ताह से, मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति से उत्तर की ओर स्थानांतरित हो गया है, इसके परिणामस्वरूप मानसून में रुकावट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
वर्षा गतिविधि हिमालय की तलहटी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों तक सीमित है। देश के मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी भागों में न्यूनतम मौसम गतिविधि देखी गई है। मौसमी वर्षा लंबी अवधि के औसत का 97 फीसद तक गिर गई है। अगले 48 घंटों में यह एलपीए के लगभग 95 फीसद तक गिर सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार इस मौसम प्रणाली के बनने से मॉनसून ट्रफ का पूर्वी छोर दक्षिण की ओर खिंच जाएगा। पहले चक्रवाती परिसंचरण और बाद में निम्न दबाव क्षेत्र के संयुक्त प्रभाव से देश के पूर्वी और मध्य भागों में अच्छी मॉनसून वर्षा होने की उम्मीद है।ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। बारिश क्रमबद्ध तरीके से पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ेगी।
बता दें कि सामान्य तौर पर पूर्वोत्तर भारत और विशेष रूप से असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में इस अवधि के दौरान कुछ दिनों में भारी वर्षा होगी। हालाँकि, ये मानसूनी बारिश सुदूर पश्चिम में गुजरात, राजस्थान और उत्तर भारत तक नहीं पहुँच पाएगी।
संपूर्ण महाराष्ट्र और पश्चिमी तट पर भी मौसम गतिविधि में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी जा सकती है। प्रायद्वीपीय भारत में तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश के तटों को छोडक़र अधिकांश हिस्सों में पिछले लगभग 10 दिनों से जारी कमजोर मौसम गतिविधि का सिलसिला टूटने की संभावना नहीं है।