राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में कैसे मिलेगा आपके बच्चे को एडमिशन, जानिए एडमिशन को लेकर प्रॉसेस
मिलिट्री स्कूल में प्रवेश के लिए आयु सीमा भी निर्धारित है
हर कोई व्यक्तिअपने बच्चे को स्कूल में दाखिला दिलाने से पहले सोचता है कि कौन सा स्कूल अच्छा रहेगा। जिससे बच्चे का भविष्य उज्ज्वल हो सके। बेहतर करियर का निर्माण कर सके। इसी के साथ कई अविभावक ऐसे भी होते हैं जो अपने बच्चों को देश सेवा के लिए प्रेरित करना चाहते हैं और उनको राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में एडमिशन करवाना चाहते हैं।
ऐसे में आपको बता दें कि इसके लिए एक प्रॉसेस को फॉलो करना होता है। मिलिट्री स्कूल में एडमिशन लेने की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। सामान्य नागरिकों के लिए केवल 30 प्रतिशत सीटें हैं आरक्षित है। राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में 70 फीसद सीटें सेना में कार्य करने वाले या कार्य कर चुके सैनिकों के लिए आरक्षित होती हैं।
ऐसे मिलता है प्रवेश
आपको बता दें कि इन 30 फीसद सीटों पर छात्रों को प्रवेश एंट्रेस टेस्ट के माध्यम से मिलता है। एंट्रेस टेस्ट कक्षा छठी और नौवीं में प्रवेश के लिए दिया जाता है। कक्षा 11वीं में छात्रों को प्रवेश कक्षा दसवीं में किये गए बेहतर परीक्षा परिणाम के आधार पर दिया जाता है।
ये है आयु सीमा
आपको बता दें कि मिलिट्री स्कूल में प्रवेश के लिए आयु सीमा भी निर्धारित की हुई है। अगर बच्चे को कक्षा छठवीं में प्रवेश दिलाना चाहते हैं तो उसकी आयु 10 से 12 साल के बीच होनी चाहिए। इसी के साथ कक्षा नौवीं में दाखिला दिलाने के समय छात्र की आयु 13 से 15 साल के बीच होनी चाहिए।
ये है शैक्षिक योग्यता
बच्चे को छठी में एडमिशन दिलाना चाहते हैं तो बच्चे का कक्षा 5वीं उत्तीर्ण होना जरूरी है। इसी के साथ 9वीं में प्रवेश के लिए छात्रों का आठवीं उत्तीर्ण और 11वीं में प्रवेश के लिए कक्षा दसवीं पास होना आवश्यक है।
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