हरियाणा: पानी की टंकी पर चढ़े किसानों को उतारने के लिए गांव में पहुंचे डीसी व एसपी, नहीं माने किसान
छह दिन से सिरसा में बीमा क्लेम की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़े किसान 4 किसान
हरियाणा में सिरसा जिले के गांव नारायण खेड़ा के अंदर पेयजल केंद्र में बनी पानी की टंकी पर 4 किसान चढ़े हुए हैं। पानी की टंकी से नीचे उतराने के लिए गांव में सोमवार को जिला उपायुक्तपार्थ गुप्ता, एसपी उदय सिंह पहुंचे। उन्होंने किसानों के प्रतिनिधि मंडल से आधा घंटे तक बातचीत की। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने जल्द ही बीमा दिलाने का आश्वासन दिया। मगर वार्ता बिफल रही। बता दें कि पानी की टंकी पर चढ़े हुए किसानों को 6 दिन हो गये हैं। गर्मी में उमस के कारण किसानों की तबीयत भी बिगड़ रही है। वहीं १३ किसान व सरपंच आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।
प्रतिनिधि मंडल बोला पहले मुआवजा मिले
गांव नहराणा खेड़ा में सोमवार को जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता, एसपी उदय सिंह मीना, एसडीएम राजेंद्र सिंह, डीएसपी जगत सिंह व डीडीए डा. बाबूलाल गांव मेें पहुंचे। इसके बाद गांव में धरना स्थल पर न पहुंचकर किसानों के प्रतिनिधि मंडल से अलग से बातचीत शुरू की। किसानों के प्रतिनिधि मंडल में किसान नेता अमन दड़बा, सरपंच सुभाष कासनियां, सरपंच संतोष बैनीवाल, संदीप सिंवर, सतबीर सहारण, दलीप नंबरदार, सत्यप्रकाश व सुरेश कुमार से बातचीत की। किसानों ने कहा कि जब तक किसानों को बीमा नहीं मिलेगा। किसान कोई भी बात मानने के लिए तैयार नहीं है।
भादरा के विधायक भी पहुंचे
किसानों को समर्थन देने के लिए भादरा के विधायक बलवान सिंह पूनिया, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, कांग्रेस नेता पवन बैनीवाल, युवा कांग्रेस नेता सुमित बैनीवाल, राजकुमार शर्मा, किसान नेता प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि किसान अपना हक मांग रहे हैं। मगर किसानों की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ट्रैक्टर ट्राली में पहुंचे किसान
टंकी पर चढ़े किसानों की सूचना दूसरे किसानों को जैसे जैसे मिल रही है। ट्रैक्टर व वाहनों से किसान नारायण खेड़ा गांव में पहुंचने लगे। किसानों ने जलघर के अंदर टेंट भी लगाया हुआ है। किसान दिनभर नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान परेशान टंकी पर
बता दें कि पानी की टंकी पर जगह जहां कम हैं, यानि यहां पर डेढ़ फुट जगह है, वहीं कबूतरों की बीठ जगह जगह पर पड़ी हुई है। जिससे बदूब आ रही है। किसानों ने टंकी के ऊपर ही रात बिताई। वहीं दिन के समय दो किसानों की तबीयत बिगड़ गई है। किसान नरेंद्रपाल के बुखार व सांस लेने में दिक्कत आ रही है। वहीं किसान दीवान सहारण के पेट में दर्द है। वहीं किसान रात्रि के समय ऊंचाई पर सो नहीं पाए।
काफी दिक्कतें आ रही है
किसान भरत सिंह ने बताया कि टंकी पर रात्रि के समय काफी तकलीफ झेलनी पड़ी। रात्रि के समय नींद नहीं आ रही है। यहां पर कबूतरों की बीठ से बदूब आ रही है। वहीं जगह नहीं होने पर अच्छे से सो नही पा रहे हैं। दो किसानों को कुछ देर के लिए नींद आई। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी मौन है। अभी तक कोई भी स्पष्ट तौर पर जवाब नहीं आया है। यहां पर केवल ड्यूटी पर तहसीलदार तैनात है। उन्होंने ये भी कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, तब तक कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार है।
बाल्टी से पहुंचा रहे हैं सामान
किसानोंं तक आवश्यक सामान बाल्टी को रस्सी के सहारे ऊपर तक पहुंचाया जा रहा है। और किसानों का कहना है कि जब तक बीमा क्लेम उनके बैंक खातों में नहीं आएगा, तभी तक टंकी पर चढ़े रहेंगे।
तीन गांव के हैं चार किसान पानी की टंकी पर चढ़े किसानों को देखते हुए उपायुक्तपार्थ गुप्ता
गांव नारायण खेड़ा में बने जलघर की टंकी पर बुधवार को सुबह करीब साढ़े पांच बजे चार किसान पानी की टंकी पर चढ़ गये। इनमें गांव नारायण खेड़ा निवासी किसान भरत सिंह झाझड़ा, शक्करमंदोरी निवासी दिवान सहारण व नरेंद्र सिंह, गांव नाथूसरी कलां निवासी जयप्रकाश शामिल है।
HARYANA : बीमा क्लेम को लेकर पानी की टंकी पर बैठे 4 किसानों की सेहत हो रही खराब