प्लास्टिक : तिरपाल अब सिंगल यूज प्लास्टिक का हिस्सा नहीं होगा, प्रतिबंध हटाया, कृषि कार्यों मसलन- फसल को पानी से बचाने व अन्य कार्य में किया जा सकेगा प्रयोग
प्लास्टिक यानि तिरपाल का अब प्रयोग कर सकेंगे। क्योंकि तिरपाल अब सिंगल यूज प्लास्टिक का हिस्सा नहीं होगा। अब इसे बाहर कर दिया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने पूर्व निर्णय में बदलाव करते हुए ऐसा किया है।
कृषि कार्यों मसलन- फसल को पानी से बचाने व अन्य कार्य में किया जा सकेगा प्रयोग
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश अनुसार इसके लिए लिखित आदेश भी जारी कर दिया गया है।यानि अब तिरपाल का फिर से कृषि कार्यों, आपदा प्रबंधन और तमाम अन्य जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि प्लास्टिक के तिरपाल का इस्तेमाल इंडिया में बड़े पैमाने पर किया जाता है। प्रतिदिन करीब 1200 टन तिरपाल का उत्पादन होता है। जब मानसून की बारिश होती है।
इन दिनों में तो इसकी खपत भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
इसका प्रयोग बाढ़ आ जाए, तो अस्थायी बांध बनाने, तेज बरसात के दौरान जान-माल की रक्षा के लिए, गोदामों में और ट्रकों से लाने ले जाने में सामान को सुरक्षित रखने के लिए, निर्माण कार्यों में,
कृषि कार्यों मसलन- फसल को पानी से बचाने, खेतों में पानी रोकने, मिट्टी की नमी बनाए रखने, ग्रीनहाउस में और गरीब लोगों के लिए अस्थायी शेल्टर बनाने सहित और भी ढेरों कार्यों में प्लास्टिक तिरपाल का इस्तेमाल होता है।
इसके बाद भी सीपीसीबी ने इसे एसयूपी में ही शामिल कर लिया था। इससे इस उद्योग से जुड़े व्यक्ति ही नहीं, तिरपाल का प्रयोग करने वाले भी बहुत परेशान थे।
इसी को लेकर बता दें कि तिरपाल मैन्युफैरर्स मेंबर्स एसोसिएशन ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में यह प्रतिबंध हटाने का लिखित अनुरोध किया और यह भी स्पष्ट करने की कोशिश की कि यह एसयूपी नहीं है।