सच्चे हृदय से हरि नाम के सुमिरन मात्र से कल्याण संभव: अनीता शास्त्री - Choptapress.com

सच्चे हृदय से हरि नाम के सुमिरन मात्र से कल्याण संभव: अनीता शास्त्री

Spread the love

सिरसा, सतनाली गोदाम के पीछे, शमशाबादपट्टी क्षेत्र में मां भगवती इच्छा पूर्ण मंदिर में मूर्ति स्थापना के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में करवाई जा रही श्रीमद्भागवत महाज्ञान यज्ञ के 5वें दिन कथा व्यास अनीता शास्त्री (आगरा वाले) ने भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं और रासलीला का भावपूर्ण वर्णन किया। भगवान श्री कृष्ण की मनोरम झांकियां भी निकाली गई। श्रद्धालुओं ने इस पावन अवसर का भरपूर आनंद लिया।

 

कथा व्यास ने कृष्ण जन्म कथा के बाद कथा को आगे बढ़ाते हुए पूतना वध, यशोदा मां के साथ बालपन की शरारतें, भगवान श्रीकृष्ण का गो प्रेम, कालिया नाग मान मर्दन, माखन चोरी गोपियों का प्रसंग सहित अन्य कई प्रसंगों का कथा के दौरान वर्णन किया। कंस का आमंत्रण मिलने के बाद भगवान श्री कृष्ण बड़े भाई बलराम जी के साथ मथुरा को प्रस्थान करते हैं।

श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कथा व्यास द्वारा बीच-बीच में सुनाए गए भजन पर श्रोता भाव विभोर हो गए। कथा व्यास ने बताया कि भागवत कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। कलयुग की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि कलयुग में मानस पुण्य तो सिद्ध होते हैं। परंतु मानस पाप नहीं होते। कलयुग में हरी नाम से ही जीव का कल्याण हो जाता है। कलयुग में ईश्वर का नाम ही काफी है, सच्चे हृदय से हरि नाम के सुमिरन मात्र से कल्याण संभव है। 5वें दिन गोवर्धन पूजा भी की गई। कथा के बाद माखन-मिसरी का प्रसाद वितरित किया गया। राजेंद्र सैनी ने बताया कि कथा सोमवार 25 जून तक चलेगी।

26 जून को सुबह सवा 6 बजे हवन होगा, सुबह सवा 9 बजे कथा वाचन होगा और सुबह 11 बजे भंडारा होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे। सैनी ने बताया कि कथा का समय सांय 3 बजे से 6 बजे तक रहेगा। उन्होंने सभी धर्मपे्रमी सज्जनों से आह्वान किया कि वे कथा श्रवण कर पुण्य के भागी बनें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *