सिरसा सीडीएलयू पूर्ण रूप से डिजिटल हुआ, विश्वविद्यालय के छात्रों को मिलेगा ये फायदा
पुस्तकालय के ऑटोमेशन का कार्य पूर्ण : प्रो. शैलेंद्र सिंह
हरियाणा के सिरसा स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद पुस्तकालय के ऑटोमेशन का कार्य पूरा हो गया है। इससे अब पुस्तकालय पूर्ण रूप से डिजिटल हो गया है। विश्वविद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष प्रोफेसर शैलेंद्र सिंह ने बताया
कि ऑटोमेशन का कार्य पूर्ण होने से विश्वविद्यालय के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे और पुस्तकालय के रिसेप्शन पर उपलब्ध कंप्यूटर से विद्यार्थियों को आसानी से पता चल जाएगा कि किस रेक में कौनसी पुस्तक या जरनल उपलब्ध है।
रीडिंग हॉल 24 घंटे खुले रहते है
उन्होंने बताया कि इससे पूर्व केटेलोग्स के माध्यम से पुस्तकों को ढूंढने में काफी समय लगता था। प्रो. शैलेंद्र सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के पुस्तकालय के अंदर तीन रीडिंग हाल पूर्णत वातानुकूलित हैं तथा लगभग 500 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था है।
सभी रीडिंग हॉल 24 घंटे खुले रहते हैं। यहां बैठकर विद्यार्थी न केवल अपनी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी इन रीडिंग हाल में बैठकर करते हैं।
प्रो. शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पुस्तकालय के अंदर 1 लाख से अधिक संख्या में पुस्तकें उपलब्ध हैं तथा लगभग 118 शोध जर्नल्स शोधार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि यूजी/पीजी के छात्र 03 पुस्तकें 14 दिन के लिए, पीएच.डी./एम.फिल. के छात्र 05 पुस्तकें 30 दिन के लिए, शिक्षण स्टाफ 10 पुस्तकें 90 दिन के लिए, पीटीटी/एसीपी स्टाफ 05 पुस्तकें 30 दिन के लिए
व गैर-शिक्षण स्टाफ 02 पुस्तकें 14 दिन के लिए पुस्तकालय से प्राप्त कर सकते हैं।उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने विद्यार्थी हित को ध्यान में रखते हुए पुस्तकालय को पूर्ण रूप से डिजिटल बनाने के निर्देश दिए थे और उन्ही के मार्ग दर्शन में पुस्तकालय के ऑटोमेशन का कार्य पूर्ण हुआ है।