सिरसा में 8 दिन से 150 फीट पानी की टंकी पर चढ़े 4 किसान बोले जानकर लेकर बीमा क्लेम देंगे क्या
हरियाणा के किसानों को नहीं मिल रहा अपना हक डा. अशोक तंवर
हरियाणा में सिरसा जिले के गांव नारायण खेड़ा के अंदर पेयजल केंद्र में बनी 50 फीट पानी की टंकी पर 4 किसान पिछले 8 दिन से चढ़े हुए हैं। गर्मी में उमस के कारण किसानों की तबीयत भी बिगड़ रही है। मगर अभी तक बीमा क्लेम कब मिलेगा।
जिला प्रशासन के अधिकारी स्पष्ट तौर पर बताने के लिए तैयार नहीं है। वहीं 13 किसान व सरपंच आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। बता दें कि पानी की टंकी से नीचे उतराने के लिए गांव में सोमवार को जिला उपायुक्तपार्थ गुप्ता, एसपी उदय सिंह पहुंचे। उन्होंने किसानों के प्रतिनिधि मंडल से आधा घंटे तक बातचीत की। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने जल्द ही बीमा दिलाने का आश्वासन दिया। मगर वार्ता बिफल रही।
— अब तो चक्कर आ रहे हैं
किसान भरत सिंह ने बताया कि किसानों को अभी तक बीमा क्लेम नहीं मिला है। किसानों जानकर शायद बीमा दिया जाएगा। क्योंकि पानी की टंकी पर चक्कर आ रहे हैं। टंकी पर रात्रि के समय काफी तकलीफ झेलनी पडती है। रात्रि के समय नींद नहीं आ रही है। यहां पर कबूतरों की बीठ से बदूब आ रही है। वहीं जगह नहीं होने पर अच्छे से सो नही पा रहे हैं।
किसानों को क्यों नहीं दिया जा रहा हक
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता डा. अशोक तंवर बुधवार को नारायण खेड़ा गांव में पहुंचे। इसी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, किसान नेता रवि आजाद, प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा धरना स्थल पर पहुंचे। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता डा. अशोक तंवर ने कहा कि किसानों को अभी तक वर्ष 2022 में हुई फसल का बीमा नहीं मिला है। किसान अपना हक मांग रहे हैं। मगर किसानों को हक दिया जा रहा है। यह किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है।
ट्रैक्टर ट्राली में पहुंचे रहे हैं किसान
टंकी पर चढ़े किसानों की सूचना दूसरे किसानों को जैसे जैसे मिल रही है। हरियाण, पंजाब, राजस्थान व अन्य स्थानों से ट्रैक्टर व वाहनों से किसान नारायण खेड़ा गांव में पहुंचने लगे। किसानों ने जलघर के अंदर टेंट भी लगाया हुआ है। किसान दिनभर नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रहे हैं।
बाल्टी से पहुंचा रहे हैं सामान
किसानोंं तक आवश्यक सामान बाल्टी को रस्सी के सहारे ऊपर तक पहुंचाया जा रहा है। और किसानों का कहना है कि जब तक बीमा क्लेम उनके बैंक खातों में नहीं आएगा, तभी तक टंकी पर चढ़े रहेंगे