सावन : शिव और शनि पूजा - Choptapress.com

सावन : शिव और शनि पूजा

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प्रदोष का संयोग बन रहा है , शनि दोष से मुक्तिपाने के लिए बहुत ही खास माना जाता. सावन माह में शिव और शनि पूजा

सावन माह में शिव पूजा का विशेष महत्व है। इस माह पूजा से पूरे वर्ष भोले बाबा की कृपा बनी रहती है। इसी को लेकर शिव भक्त विशेष पूजा अर्जना करते हैं। आपको ये भी बता दें कि इस वर्ष में सावन माह में शनिवार के दिन प्रदोष का संयोग बन रहा है। शिव पूजा के इस माह में शनि प्रदोष का यह विशेष योग शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए बहुत ही खास माना जाता है। यह संयोग 15 जुलाई को है।

शिव और शनि पूजा सावन माह

आपको बता दें कि माह सावन में शनि प्रदोष का संयोग कम ही बनता है। यह भी बता दें कि इस संयोग में की गई पूजा से शनि के अशुभ प्रभाव से होने वाली परेशानी से राहत मिलती है। जो व्यक्तिशनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढय्या से तकलीफ में हैं उनका 15 जुलाई का शनि प्रदोष बहुत खास है। पूजा का शुभ फल और बढ़ जाएगा।

शुक्ल और कृष्णपक्ष की त्रयोदशी यानी तेरहवीं तिथि को प्रदोष कहा जाता है। शिवपुराण के मुताबिक शिवजी की प्रिय तिथि होने से प्रदोष में की गई, शिव पूजा का विशेष फल मिलता है। बता दें कि भगवान शिव ही शनि देव के गुरू हैं। इसलिए सावन माह में शनिवार के दिन शिव पूजा करने से शनिदोष के कारण होने वाली परेशानी से राहत मिलती हैं।

करें दान

इस दिन व्रत, पूजा और दान करने से सुख और सौभाग्य मिलता है। शारीरिक तकलीफ दूर होती हैं। आयु बढ़ती है। संपत्ति और धन लाभ मिलता है। इस शनि प्रदोष को लेकर जरूरतमंद लोगों को वस्त्र और अन्न दान के साथ ही जूते-चप्पल का भी दान करें। इससे आपके जाने-अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं।

 

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